पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पिटल के पेसिफिक सेन्टर ऑफ न्यूरो साईन्सेस की ओर से दो दिवसीय कांफ्रेंस शुरू हुई। उदयपुर कोर्स ऑन न्यूरो साईन्सेस -2022 की नवीं कांफ्रेंस में 250 से ज्यादा चिकित्सकों ने भाग लिया। कांफ्रेंस के पहले दिन डॉ.अतुलाभ वाजपेयी एवं डॉ.नरेंद्र मल ने कांफ्रेंस में आये सभी मस्तिष्क रोग विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए 9वें उदयपुर कोर्स ऑन न्यूरो साईन्सेस -2022, में सम्मिलित किये गए विषयों पर प्रकाश डाला जिसके तहत स्ट्रोक के उपचार की विभिन पद्धतियो, न्यूरोइंटरवेंशन में प्रयोग में लिए जाने वाले नवीन उपकरणों, मिर्गी के उपचार में होने वाले नवाचार,मिर्गी के उपचार में होने वाली सर्जरी आदि विषयों पर देश विदेश से आये विशेषज्ञों ने प्रेजेंटेशन दिया।
उदयपुर पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के कान नाक गला रोग विभाग में 23 वर्षीय युवक का ओटोस्क्लेरोसिस नामक दुर्लभ बीमारी का ऑपरेशन कर मरीज को इस गंभीर बीमारी से निजात दिलाई। इस सफल उपचार में कान, नाक एवं गला रोग विभाग के विभाग डॉ. पी.सी. जैन, डॉ. राजेन्द्र गोरवाडा, डॉ. शिव कौशिक, प्रकाश आदित्य, डॉ विक्रम एवं अनिल भट्ट की टीम का सहयोग रहा। दर असल नीमच निवासी 23 वर्षीय युवक को पिछले लम्बे समय से सुनाई न देने की समस्या थी।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में भीलवाड़ा निवासी 11 वर्षीय बच्चे के हृदय और फेफड़े की बीच गेंद के आकार की कैंसर की गांठ का सफल ऑपरेशन कर नया जीवन दिया। डॉ. प्रवीण झंवर ने बताया कि सेरेबल पाल्सी, मिर्गी रोग एवं आंखों से कम दिखने की समस्या से पीड़ित बच्चें का ऑपरेशन करना काफी जोखिम भरा था। लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम और उच्च स्तरीय सुविधाओं के चलते इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया जा सका। परिजनों ने चेयरमेन राहुल अग्रवाल, चिकित्सकों एवं स्टाफ को धन्यवाद दिया।
पीएमसीएच आईवीएफ ने चित्तौड़ जिला निवासी दंपती को शादी के 21 साल बाद माता-पिता बनने का सुख दिया। दरअसल 40 वर्षीय दंपती को शादी के 21 साल तक कोई संतान नहीं हुई। कई जगह इलाज में लाखों रुपए खर्च किए, लेकिन निराशा हाथ लगी। पीएमसीएच आईवीएफ की साइंटिफिक डायरेक्टर डॉ. मनीषा वाजपेयी ने बताया कि मरीज की जांच करने पर फैलोपियन ट्यूब अवरुद्ध होने का पता चला। इसके चलते महिला गर्भधारण नहीं कर पा रही थी। डॉ. वाजपेयी ने बताया कि पीएमसीएच आईवीएफ में उपलब्ध विश्वस्तरीय चिकित्सकों की टीम के इलाज से आखिर महिला ने बच्चे को जन्म दिया। परिजनों ने चेयरमैन राहुल अग्रवाल व प्रीति अग्रवाल को धन्यवाद दिया।
पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पिटल के जनरल मेडिसिन विभाग की ओर से विश्व डायबिटीज डे सप्ताह का आयोजन 7 नबम्वर से किया जा रहा है। इस सप्ताह के अन्र्तगत आज एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की शुरूआत में विश्वविख्यात गठिया रोग विशेषज्ञ और डेविडसन प्रिंसिपल ऑफ मेडिसिन पुस्तक के प्रमुख सम्पादक, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय,(यूके) के प्रोफेसर स्टुअर्ट एच राल्सटन का पीएमसीएच के प्रिंसिपल एवं कन्ट्रोलर डाॅ.एम.एम.मंगल एचं मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ.के.आर.शर्मा नें मेवाड़ी पगडी,उर्पणा एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के जनरल मेडिसिन विभाग एवं तिरुपति कॉलेज ऑफ नर्सिंग के साझे में विश्व डायबिटीज डे के तहत सप्ताह का शुभारंभ हुआ। संयोजक डॉ. जगदीश विश्नोई ने बताया कि जागरुकता अभियान का शुभारंभ पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल, सीईओ शरद कोठारी, पीएमयू के वाइस चांसलर डॉ. ए.पी. गुप्ता, प्रिंसिपल एवं कंट्रोलर डॉ. एमएम मंगल, मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के. आर. शर्मा एवं फैकल्टी ऑफ नर्सिंग के डीन डॉ. के.सी. यादव ने दीप जलाकर किया।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में किशोरी के जननांग का पुनर्निर्माण कर सामान्य महिला की तरह जीवन बिताने का मौका दिया। दरअसल 16 साल की किशोरी में मासिक धर्म की अनुपस्थिति का दुर्लभ मामला सामने आया। परिजनों ने कई जगह दिखाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद बिता रही है। पेसिफिक हॉस्पिटल के डॉक्टर्स की टीम ने सर्जरी कर किशोरी के जननांग का पुनर्निर्माण किया
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, आईकॉन और मेनकेन फाउण्डेशन के साझे में लेकसिटी में पहली बार तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन 7 से 9 अक्टूबर तक किया जा रहा है। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भीलों का बेदला में होने वाले इस सेमीनार में ट्रेण्ड्स ऑफ ट्रांसफोर्मेशन इन ऑन्कोलॉजी इण्डियन पर्सपेक्टिव पर विशेषज्ञ चिकित्सक अपने विचार रखेंगे। इसके पेट्रोन प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. पुरविश पारिख तथा डॉ. हेमन्त मलहोत्रा होंगे।
रक्तदान शिविर के मुख्य सहयोगी पेसेफिक मेडिकल कॉलेज & हॉस्पिटल के चैयरमेन राहुल अग्रवाल ने तेरापंथ युवक परिषद उदयपुर द्वारा 17 सितम्बर को मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के अंतर्गत उदयपुर में 11 सेंटरों पर रक्तदान शिविर का आयोजन में 1461 यूनिट रक्त संग्रह करके एक नव कीर्तिमान रचने के लिए तेरापंथ युवक परिषद उदयपुर के मुख्य सलाहकार तुषार मेहता, अध्यक्ष अक्षय बड़ाला, मंत्री विक्रम पगारिया को अनंत अनंत बधाई शुभकामनाएं प्रेषित की।
सही जांच और इलाज मिल जाए तो भविष्य में होने वाली गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। ऐसा ही चित्तौड़ निवासी रतनलाल के साथ हुआ। नाजुक स्थिति में रतनलाल को परिजन पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल भीलों का बेदला लेकर आए। मरीज की नाजुक स्थिति को देखते हुए आईसीयू में भर्ती करके इन्टेन्सीविस्ट डॉ. मनिंदर की देख रेख में उपचार शुरू किया। रतनलाल की तत्काल किडनी बायोप्सी कराई और किडनी का विशिष्ट इम्यूनो सप्रेशन शुरू किया।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, भीलों का बेदला में 22 दिन के नवजात बच्चे के एच टाइप टीईएफ (ट्रेकियो एसोफैगल फिस्टुला) नामक जटिल बीमारी को सफल सर्जरी कर उसे नया जीवनदान दिया। ढाई घण्टे तक चले इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया बल एवं नवजात शिशु सर्जन डॉ. प्रवीण झवर, ऐनस्थिशिया विभाग के डॉ. प्रकाश औदिच्य, डॉ. समीर गोयल एवं डॉ. आशुतोष की टीम ने दरअसल 22 दिन के नवजात बच्चे को जन्मजात यह समस्या भी जिसके चलमें बच्चे को दूध पिलातें ही बच्चे का कलर नीला पड़ जाता और श्वास लेने में परेशानी के चलते हास्पिटल में भर्ती कराना पड़ता।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज के डिपार्टमेंट ऑफ ऑनकोलॉजी एवम तिरुपति कॉलेज ऑफ नर्सिंग के मेडिकल सर्जिकल नर्सिंग विभाग के संयुक्त तत्वाधान में केंसर के दुष्प्रभावों एवम बढते हुए केसेज को देखते हुए कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमे उदयपुर शहर के १५ नर्सिंग कॉलेजेज के ३०० नर्सिंग प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। आयोजन सचिव एवम मेडिकल सर्जिकल विभाग के विभागाध्यक्ष संजय नागदा ने बताया कि समारोह की शुरुवात समारोह की अध्यक्षता कर रहे संस्था के वाइस चांसलर डॉ. एपी गुप्ता,विशिष्ट अतिथि डॉ. एम.एम.मंगल , डॉ.मनोज महाजन एवम नर्सिंग डीन प्रो. डॉ.के.सी. यादव की उपस्थिति में कार्यक्रम की शुरुवात की। पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी के नर्सिंग संकाय के डीन केसी यादव ने थीम ऑनकोक्योर वे टू वैलनेस थीम का अनावरण किया और बताया कि कैंसर एक महामारी का रूप ले रहा। आज कैंसर के कारण सबसे ज्यादा डेथ हो रही है। मगर बहुत सारे कैंसर्स से हम बचाव कर सकते है। इसके लिए समय पर कैंसर स्क्रीनिंग और अर्ली ट्रीटमेंट ही एक मात्र तरीका है
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 50 वर्षीय कुइया राम के मूत्राशय से 7 सेंटीमीटर का स्टोन निकालकर उसे दर्द से निजात दिलाई। इस सफल ऑपरेशन में सर्जन डॉ. गुरुदत्त, डॉ. कोनार्क ठक्कर, डॉ. जोयश, एनेस्थेटिस्ट डॉ. स्वाति शर्मा, चंद्रमोहन शर्मा, धनश्याम एवं कैलाश की टीम का सहयोग रहा।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल बेदला में 12 वर्षीय बच्चे का एन्यूरिज्मल बोन सिस्ट नामक बीमारी का ऑपरेशन किया गया । बताया गया कि एक लाख में से किसी एक को यह बीमारी होती है। आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. आशीष बत्रा, डॉ. प्रकाश औदिच्य, डॉ. विक्रम, डॉ. हर्ष, डॉ. अभिलाष, डॉ. देवराजन, डॉ. राहुल एवं सुभाष की टीम ने ऑपरेशन को सफल बनाया।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में तीव्र अग्नाशय शोथ (एक्यूट नेनोटाइजिंग पैंक्रियाटाइटिस) की समस्या से ग्रसित मरीज का सफल ऑपरेशन कर मरीज को नया जीवन दिया। सफल ऑपरेशन में गेस्ट्रो. सर्जन डॉ. विकेश जोशी, निश्चेतना . विभाग के डॉ. प्रकाश औदीच्य, डॉ. केजी, डॉ. पन्थ एवं अनिल भट्ट की टीम का सहयोग रहा।
पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी के संघठक तिरुपति नर्सिंग कॉलेज के द्वारा तम्बाकू मुक्त समाज की मुहिम चलाई जा रही है, मुहिम की शुरुआत आज पेसिफिक मेडिकल हॉस्पिटल में एक जनजागरूकता रैली एवम हेल्थ एजुकेशन के माध्यम से हुई। कार्यक्रम के संयोजक एसोसिएट प्रोफेसर संजय नागदा ने बताया कि पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी के चेयरमैन राहुल अग्रवाल एवं डीन डॉ.के.सी.यादव ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया! इस अवसर पर राहुल अग्रवाल ने बताया कि समय समय पर ऐसे जनजागरूकता अभियान के माध्यम से आमजन को कैंसर के कारणो एवं तम्बाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देकर बचाया जा सकता है साथ ही पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी इसके लिए सतत प्रयासरत रहती है.
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में इररिड्यूसेबल हर्निया से परेशान 135 किलो वजनी महिला का सफल ऑपरेशन किया। डूंगरपुर की 53 साल की लक्ष्मी पिछले 23 सालों से इररिड्यूसेबल हर्निया से परेशान थी। पीएमसीएच में मिनिमल इन्वेसिव सर्जन डॉ. विश्वास जौहरी ने बताया कि मरीज का अधिक वजन होने से मरीज की सर्जरी करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण था। मरीज का लैप्रोस्कोपिक आईपी ओएम प्लस नामक सर्जरी कर इस बीमारी का इलाज किया।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही 55 वर्षीय महिला को पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भीलों का बेदला से इलाज के बाद बीमारी से छुटकारा मिल गया है। मरीज को #bloodcancer का एक स्वरूप लिम्फोमा डाइग्नोज हुआ था। आंख में लिम्फोमा होने के कारण मरीज को आंख से दिखना बंद हो गया था। लेकिन चिकित्सक मनोज महाजन के सटीक उपचार से महिला पूरी तरह से ठीक हो गई है। पूरा इलाज भामाशाह योजना के तहत किया गया।
भीलों का बेदला प्रतापपुरा स्थित पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के एमबीबीएस छात्रों के नए अकादमिक सत्र 2021-22 का आगाज मंगलवार को हुआ। इस दौरान नव आगंतुक छात्रों का पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार कुमकुम का टीका लगाकर स्वागत किया गया। नए सत्र की शुरुआत चेयरमैन राहुल अग्रवाल, डॉयरेक्टर अमन अग्रवाल आदि ने दीप प्रज्वलन करके की।
उदयपुर,6 मार्च। पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी के संघटक तिरुपति कॉलेज ऑफ नर्सिंग एवं पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वाधान में ग्राम पंचायत मेहरों का गुड़ा, अंबेरी में आज विश्व महिला दिवस सप्ताह का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर निशुल्क महिला चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान 167 महिलाओं को निशुल्क,परामर्श, दवाइयां एवं बायोडेग्रेबल सैनिटरी पैड्स वितरित किए गए। कार्यक्रम की शुरुआत नर्सिंग काॅलेज के डीन डॉ. के.सी यादव,अंकुरम फाउंडेशन की संरक्षक डॉ. गरिमा माथुर एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य इंद्रजीत सिंह चैहान ने फीता काट कर किया। इस अवसर पर डॉ. के.सी यादव ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (सफ्ताह) का मुख्य मकसद महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। क्योंकि महिला की भागीदारी के बिना परिवार और समाज का समग्र विकास संभव नही है। महिला परिवार के सभी सदस्यों के स्वास्थ्य का ख्याल रखती है। डॉ.यादव ने स्पश्ट किया पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सभी राजस्थान सरकार की सभी स्वास्थ्य योजनाएं जारी है जिसका लाभ चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना के तहत निशुल्क प्राप्त कर सकते है। साथ ही गर्भवती महिलाओं के गर्भ धारण से लेकर डिलीवरी तक का सम्पूर्ण इलाज एवम जांच निशुल्क दिया जा रहा है। ठस दौरान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य इंद्रजीत सिंह चैहान ने संस्थान के द्वारा चलाए गए इस अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि संस्थान ने ऐसे विषय को चुना जिससे परिवार,परिवार से समाज, समाज से राज्य एवं राज्य से पूरे राष्ट्र को मजबूत किया जा सकता है.। इससे समाज के अंदर एक नई जागृति आएगी एवं महिला स्वास्थ्य के प्रति के सभी का रवैया बदलेगा, महिलाओं के पोषण संबंधी जानकारियों के लिए उन्होंने पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी का धन्यवाद प्रेषित किया। अंकुरम फाउंडेशन की संरक्षक डॉक्टर गरिमा माथुर ने महिला दिवस मनाने संबंधी जानकारियों को साझा किया एवं कहा कि नारी और प्रकृति कभी भी अलग नहीं थे जैसे प्रकृति हमें जीवन देती है वैसे ही नारी हमें जीवन प्रदान करती है एवं सभी महिलाओं के यह सौभाग्य प्राप्त है कि वह मां बन सकती है। इस मौके पर संस्थान के प्राचार्य सुनील जोशी,वाइस प्रिंसिपल हरीश कुमार कुमावत एवं नर्सिंग ट्यूटर करुणा शाह मौजूद रहे।
पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पिटल के आईवीएफ विभाग की ओर से आईयूआई (IUI) पर एक दिवसीय वर्कशाॅप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप का उद्घाटन पीएमसीएच के चेयरमेन राहूल अग्रवाल,सीईओ शरद कोठारी,पेसिफिक मेडिकल विश्व विद्यालय के वाइस चाॅसलर डाॅ.ए.पी.गुप्ता,पीएमसीएच के प्रिसिंपल डाॅ.एम.एम.मंगल,स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की डाॅ.राजरानी शर्मा,निःसंतानता रोग विषेशज्ञ डाॅ.परिक्षित टाॅक एवं पेसिफिक आईवीएफ की साईन्टिफिक डाॅयरेक्टर डाॅ.मनीशा वाजपेयी ने माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन करके किया। इस वर्कशाॅप में 70 से ज्यादा निःसंतानता रोग विषेशज्ञों ने निःसंतानता के इलाज की नई विधाओं पर अपने विचार रखें। वर्कशाॅप के इस मौके पर निःसंतानता रोग विषेशज्ञ डाॅ.परिक्षित टाॅक ने निःसंतानता के शीघ्र निदान के बारे में बताया। उन्होनें कहा कि जैसे जैसे निःसंतानता के मरीज दिनो दिन देश मे बढ रहे इन्हे रोकने के लिए हमें प्रारंभिक अवस्था में जाॅच की आवश्यकता है जिससे निःसंतानता की जटिलताओं के साथ-साथ इसके उपचार की लागत को कम किया जा सकता है।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के पेसिफिक सेन्टर ऑफ न्यूरो साइंसेस में ब्रेन हेमरेज मरीज की धमनी में दक्षिणी राजस्थान की पहली नेक्सटेन्ट डिवाइस लगाकर जीवनदान दिया। मरीज के नेक्सटेन्ट डिवाइस प्लेसमेंट में मस्तिष्क एवं लकवा रोग विशेषज्ञ डॉ. अतुलाभ वाजपेयी, डॉ. रमाकांत, डॉ. अखिलेश का सहयोग रहा। 62 साल की महिला को मस्तिष्क में तेज दर्द, उल्टी, घबराहट के चलते परिजन पेसिफिक सेन्टर ऑफ न्यूरो साइंसेस लाए थे। डॉ. वाजपेयी को दिखाया तो जांच में रोगी के मस्तिष्क में ब्रेन हेमरेज पाया गया। डॉ. वाजपेयी ने स्पष्ट किया कि उपचार की नवीनतम तकनीक नेक्सटेन्ट डिवाइस से गुब्बारे को बंद किया।
पाली जिले की बाली तहसील के कोटवालिया गांव के एक 8 वर्षीय बच्चे ने खेल खेल में खिलौने में लगा एलईडी बल्ब को निगल लिया। यह बल्ब बच्चे की सांस नली में अटक गया जिससे उसे लगातार खांसी और सीने में दर्द होने लगा। पीएमसीएच में कान, नाक एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ. शिव कौशिक ने जांच के बाद बताया कि बच्चे के दाएं फेफड़े में एलईडी बल्ब के फंसने से फेफड़ा कार्य नहीं कर रहा है। बच्चे का तुरन्त ऑपरेशन जरूरी था। चिकित्सकों की टीम ने दूरबीन से सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया। इसमें कान, नाक एवं गला रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पी. सी. जैन, डॉ. राजेन्द्र गोरवाड़ा, डॉ. शिव कौशिक, डॉ. प्रकाश औदित्य, डॉ. विक्रम एवं अनिल भट्ट की टीम का सहयोग रहा।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हाॅस्पिटल बेदला के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के चिकित्सक डाॅ.गुरूभूषण एवं उनकी टीम ने युवक के कटे हुए हाथ के पंजे को पुन जोड़कर नया जीवन दिया। 8 घंटे तक चली इस सफल सर्जरी में बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डाॅ.गुरूभूषण,आर्थोपेडिक सर्जन डाॅ.विनोद नागर,डाॅ आशीष ब़त्रा,ऐनेस्थिशिया विभाग के डाॅ.प्रकाश औदिच्य,डाॅ.रविन्द्रन,डाॅ.निशि,डाॅ.देवराजन,डाॅ.पंथ,डाॅ.हर्ष,सुभाष,ललित,मनोज एवं दिनेश की टीम का सहयोग रहा।परिजनों ने पीएमसीएच के चेयरमेन राहुल अग्रवाल सभी चिकित्सकों और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।
2 साल से ना बोल पाने की समस्या से परेशान 56 साल की महिला का पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सफल ऑपरेशन किया गया। कान्हा कम गला रोग विशेषज्ञ डॉ. शिव कौशिक ने बताया कि हेमरेजिक पॉलिप के इस बीमारी का आधुनिक तरीके से ऑपरेशन किया गया। परिजनों ने पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल और सभी चिकित्सकों का आभार जताया।